क्या आप पहली बार हैं लोन लेने की सोच रहें हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। अब अगर कोई आवेदक पहली बार लोन लेगा तो न्यूनतम सिबिल स्कोर की कोई अनिवार्यता नहीं होने वाली है, यह स्पष्टीकरण केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक दोनों ने मिलकर दिया है। RBI के नए दिशा निर्देश के तहत, अगर आवेदक की पूर्व क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है तो बैंक इस आधार पर उसका लोन आवेदन कैंसिल नहीं कर पाएंगे। यह खबर उन लोगों के लिए राहत भरी है जो क्रेडिट स्कोर को लेकर अक्सर परेशान होकर लोन लेने से डरते थे।

क्रेडिट हिस्ट्री न होने पर भी मिलेगा लोन
आरबीआई के निर्देश जारी करके मास्टर डायरेक्शन में सभी बैंकों को मुख्य सलाह दी गई है। आवेदक की कोई भी पूर्व क्रेडिट हिस्ट्री न होने पर भी लोन रद्द नहीं किया जाएगा। सरल भाषा में इस कारण से बैंक आपको लोन देने से मना नहीं कर पाएगा। जो लोग पहली बार बैंक से जुड़ रहें हैं वे इस नियम के तहत आसानी से लोन निकाल सकते हैं।
CIBIL रिपोर्ट के शुल्क पर कंट्रोल
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने स्पष्ट किया है कि सिबिल रिपोर्ट के लिए कोई भी कंपनी अब 100 रूपए से अधिक शुल्क नहीं ले पाएगी। यह फैसले पिछली शिकायतों को दखते हुए लिया गया है, जिसमें कई लोगों से इसके लिए अधिक फीस ली जा रही थी।
आरबीआई ने 1 सितंबर 2016 से एक नियम जारी किया है कि प्रत्येक साल में व्यक्ति एक बार मुफ्त पूरी सिबिल रिपोर्ट ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। यानी की उसे रिपोर्ट फ्री में प्राप्त होगी।
CIBIL स्कोर क्या है?
लोन लेने के लिए सबसे पहले व्यक्ति का सिबिल स्कोर देखा जाता है, यह तीन अंकों का नंबर होता है। जो 300 से 900 के बीच होता है। यह स्कोर जितना अधिक होगा उतना चांस आपको अधिक लोन मिलने का रहता है। क्रेडिट रिपोर्ट में आपके सभी लोन और क्रेडिट कार्ड के बिलों को समय पर चुकाने या न चुकाने का पूरा हिसाब किताब दिया रहता है।
बिना सिबिल के मिलेगा लोन, लेकिन होगी पूरी जाँच
पहली बार लोन लेने वाले लोगों के लिए सिबिल स्कोर अनिवार्य नहीं किया जाएगा, लेकिन बैंक की इस पर पूरी निगरानी रहने वाली है। यानी की बैंक आपके वित्तीय मामले की पूरी जाँच करने वाला है। इसमें देखा जाएगा कि आपने पहले कोई कर्ज तो नहीं लिया है या फिर आप क़िस्त समय पर चुकाते हैं या नहीं। इसके साथ ही आपने लोन लिया और चुकाने में देरी की है। ऐसी ही पूरी जाँच की जाएगी।