
हाल ही में देश के एक चर्चित सहकारी बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बड़ा फैसला लेते हुए उसका संचालन बंद कर दिया है। बैंक की वित्तीय स्तिथि कमजोर होने और पूंजी की कमी के कारण यह कदम उठाया गया है। इससे लाखों ग्राहकों का पैसा बैंक में फंसा हुआ है, जिससे लोगों में चिंता और असमंजस की स्थिति बन गई है।
बैंक बंद होने के कारण क्या होगा?
जब किसी बैंक पर RBI ताला लगाता है, तो वह बैंक ग्राहकों के लिए नई सेवाएं नहीं दे पाता और पुराने खातों से लेनदेन भी प्रभावित होता है। हालांकि, RBI और सरकार इस बात का ध्यान रखते हैं कि बचत खाताधारकों का पैसा सुरक्षित रहे। बंद बैंक के खाताधारकों को उनके फंसे हुए धन की वापसी के लिए जल्द उपाय किए जाते हैं। “आपकी पूंजी आपका अधिकार” जैसे अभियान इसके उदाहरण हैं, जिनसे ग्राहकों को अपनी लावारिस या अनक्लेम्ड राशि वापस पाने में मदद मिलती है।
बढ़ते बैंक अवकाश और त्योहारों का असर
अक्टूबर 2025 में देशभर में त्योहारों और धार्मिक उत्सवों के चलते बैंक कुल 21 दिनों तक बंद रहेंगे। गांधी जयंती, दशहरा, करवा चौथ और दिवाली जैसे बड़े पर्व के अवसर पर विभिन्न राज्यों में बैंक बंद रहेंगे। साथ ही हफ्ते के रविवार और दूसरे-चौथे शनिवार भी बैंक अवकाश में आते हैं। इस वजह से बैंकिंग सेवाओं में अस्थायी व्यवधान हो सकता है, इसलिए जरूरी बैंकिंग कार्यों को पहले से पूरा कर लेना बेहतर रहेगा।
ग्राहकों के लिए सलाह
- यदि आपका पैसा बंद हुए बैंक में फंसा है तो घबराएं नहीं, RBI इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और जल्द समाधान की दिशा में काम कर रहा है।
- अपना फंसा धन वापस पाने के लिए RBI और सरकार द्वारा शुरू किए गए डिजिटल प्लेटफॉर्म और अभियानों का लाभ उठाएं।
- बैंक छुट्टियों की सूची को समय-समय पर जांचते रहें, ताकि जरूरी बैंकिंग काम समय रहते निपटा सकें।
- ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल ऐप, यूपीआई जैसी डिजिटल सेवाएं सक्रिय रहती हैं, उनका उपयोग करें ताकि काम प्रभावित न हों।